-
कन्दरा
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 1.651836 | Lang: NA
-
cliff
Meanings: 6; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.4531133 | Lang: NA
-
cave
Meanings: 10; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.3624906 | Lang: NA
-
drop off
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.271868 | Lang: NA
-
drop
Meanings: 36; in Dictionaries: 12
Type: WORD | Rank: 0.135934 | Lang: NA
-
वज्रकुक्षिः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.09295285 | Lang: NA
-
कन्दराल
Meanings: 8; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.03718114 | Lang: NA
-
मित्रभेद - कथा १४
पंचतंत्र मतलब उच्चस्तरीय तात्पर्य कथा संग्रह।
Type: PAGE | Rank: 0.01859057 | Lang: NA
-
त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १०
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.01408742 | Lang: NA
-
झरा
भा.रा.तांबे यांच्या कविता अत्यंत हळुवार असून त्या मनाला भिडतात.
Type: PAGE | Rank: 0.01394293 | Lang: NA
-
पञ्चदश पटल - ब्रह्मज्ञानीलक्षण
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 0.01394293 | Lang: NA
-
काकोलूकीयम् - कथा १२
पंचतंत्र मतलब उच्चस्तरीय तात्पर्य कथा संग्रह।
Type: PAGE | Rank: 0.01394293 | Lang: NA
-
ललिता त्रिशति - ककाररूपा कल्याणी कल्याणगु...
सती पार्वतीची दहा रूपे - काली, तारा, छिन्नमस्ता, भुवनेश्वरी, बगलामुखी, धूमावती, त्रिपुर सुंदरी, मातंगी, षोड़शी आणि भैरवी.
Type: PAGE | Rank: 0.01161911 | Lang: NA
-
त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ६५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.009295286 | Lang: NA
-
शुक्लपक्ष की एकादशी
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहते है ।
Type: PAGE | Rank: 0.009295286 | Lang: NA
-
राजनिघण्टु - धरण्यादिवर्ग
नरहरि पन्डित रचित राजनिघण्टु ग्रंथ म्हणजे आयुर्वेदातील एक मैलाचा दगड.
Type: PAGE | Rank: 0.009295286 | Lang: NA
-
काकोलूकीयम् - कथा १३
पंचतंत्र मतलब उच्चस्तरीय तात्पर्य कथा संग्रह।
Type: PAGE | Rank: 0.009295286 | Lang: NA
-
श्रीवामनपुराण - अध्याय ५
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
Type: PAGE | Rank: 0.008133375 | Lang: NA
-
करमैतीबाई
भक्तो और महात्माओंके चरित्र मनन करनेसे हृदयमे पवित्र भावोंकी स्फूर्ति होती है ।
Type: PAGE | Rank: 0.008133375 | Lang: NA
-
करमैतीबाई
भक्तो और महात्माओंके चरित्र मनन करनेसे हृदयमे पवित्र भावोंकी स्फूर्ति होती है ।
Type: PAGE | Rank: 0.008133375 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४६१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006971464 | Lang: NA
-
श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय ५०
अन्य पुराणोंकी तरह श्रीनरसिंहपुराण भी भगवान् श्रीवेदव्यासरचित ही माना जाता है ।
Type: PAGE | Rank: 0.004647643 | Lang: NA